बस्तर की वादियों में शांति और सुकून की स्थापना हमारा पहला युवाओं से संवाद उद्देश्य – उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा
सुकमा/ उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने कलेक्ट्रेट कार्यालय सुकमा में युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि बस्तर के खूबसूरत घने जंगल में कई सालों से नक्सल विचारधारा को ख़त्म करने का प्रयास छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
सरकार आने वाले 31 मार्च 2026 तक इसे ख़त्म करने के लिए कड़े इंतज़ाम कर रही है इसका आभास करेगुट्टा की पहाड़ियों में चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान से होने लगा है। डिप्टी सीएम ने सुकमा के पत्रकारों के द्वारा खिची हुई बेहद अच्छी और खुशनुमा तस्वीर साझा की और कहा जो बस्तर सुकमा क्षेत्र कभी लाल आतंक (नक्सलवाद) का गढ़ था,
जहाँ लोग भय के कारण घरों से नहीं निकलते थे, आज वहाँ के पंचायतों में भयमुक्त होकर फोन चलाते बच्चों को देख मन आनंदित है। आप इस तस्वीर को जरूर देखिए जो लोग नक्सल विचार धारा को समर्थन देते है और कहते है “दादा लोग ही पहाड़ों को बचा कर रखें है” मैंने कई ऐसे लोगों से मुलाकात की है
जो अनजाने में सही लेकिन विस्फोट का शिकार हुए और अपने जीवन के सारे रंग अपने अंग को खोकर खुद को हमेशा के लिए खो दिया है। और ऐसे लोग बस्तर संभाग के हर जिले में मौजूद है। हमें चुनाव करना होगा
किसी एक का क्योकि जहाँ शिक्षा पहुची तो वहाँ लोग शिक्षित होंगे और उन्हें रोजगार और स्वरोजगार मिलेगा। लेकिन नक्सल विचारधारा के समर्थन से हमें क्या लाभ मिल रहा है इस पर बस्तवासियों को गहरे मंथन करने और निर्णय लेने की आवश्यकता है।
आप सभी युवाओं से अनुरोध है कि इस नक्सल विचारधारा को समाप्त करने की दिशा में सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोगों को जागरूक करें ताकि बस्तर नक्सल मुक्त हवा में शांति और सुकून की साँस ले सके।
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