लापरवाही • पावारास व कुम्हाररास बाईपास सड़कों की हालत बेहाल डामर उखड़ने से लोग परेशान
पत्रकार: संतोष यादव
सुकमा जिला में लाल मिट्टी के परिवहन से करोड़ की सड़क खराब, धूल से हादसों का खतरा बढ़ा अधिकारी एवं प्रशासन मॉन सुकमा जिला मुख्यालय में लाल मिट्टी का परिवहन बड़े पैमाने पर किए जाने से नगर की सड़कें खस्ताहाल हो गई हैं।
मदर टेरेसा स्कूल से पावारास को जोड़ने वाली 4.50 किमी लंबी सड़क बुरी तरह उधड़ चुकी है। 25 टन से ज्यादा वजनी हाइवा चलने के कारण सड़क पर बिछा डामर ही गायब हो गया।
सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन हो गए हैं। प्रशासन की उदासीनता और सड़क पर बढ़ती धूल ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। यह सड़क न केवल खतरनाक साबित हो रही है, बल्कि रोजाना हादसों का कारण भी बनती चली जा रही है। जिला मुख्यालय के बाहरी इलाकों को जोड़ने पीडब्ल्यूडी ने लोगों की सुविधा को देखते हुए नेशनल हाइवे 30 को जोड़ते हुए मदर टेरेसा स्कूल के पास से पावारास और
सुकमा। भारी वाहनों के कारण सड़क पर उड़ रहे धूल के गुबार।
कुम्हाररास के लिए अलग-अलग बाईपास सड़क का निर्माण किया था। इसके लिए करीब ढाई करोड़ से ज्यादा राशि खर्च की गई। सड़क बनने से तोंगपाल, छिंदगढ़ व जगदलपुर से आने वाले लोगों को सुविधा मिल रही थी। कलेक्टर या सीधे ओडिशा के मलकानगिरी जाने लोग इसी
सड़क का उपयोग करते हैं। बीते 4-5 महीने में इस 12 टन क्षमता वाली सड़क पर 25 टन से ज्यादा वजनी हाइवा लाल मिट्टी लेकर दौड़ रही हैं। बड़े पैमाने पर किरंदुल से लाल मिट्टी लाकर सुकमा के वार्ड क्रमांक 14 में डंप किया जा रहा है। ओवरलोड गाड़ियों के दबाव से सड़क ने दम
मिट्टी का परिवहन रोकने भाजपा ने किया था चक्काजाम
बड़े पैमाने पर लाल मिट्टी परिवहन को रोकने भाजपा ने पूर्व में चक्काजाम किया था। टेलिंग्स के दुष्परिणाम को लेकर प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा था। सत्ता में भाजपा की सरकार होने के बावजूद लाल मिट्टी परिवहन पर रोक नहीं लग सकी।
भाजपा नेताओं का कहना था कि लाल मिट्टी से खेतीहर भूमि व जलस्त्रोतों को नुकसान पहुंच रहा है। बड़े पैमाने पर लाल मिट्टी डंप करने से भविष्य में लाल पानी व आयरनयुक्त पानी की समस्या से जूझना पड़ेगा।
तोड़ दिया है। लाल मिट्टी निकालने वाली कंपनी ने बारिश से पहले सड़क की मरम्मत करने का वादा किया था, लेकिन मई का महीना खत्म होने को है और कंपनी ने अब तक किसी तरह की मरम्मत शुरू नहीं की है। ऐसे में बारिश में लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
खस्ताहाल सड़क से उड़ रही धूल फसलों को भी बर्बाद कर रही है। किसानों ने बताया कि धूल के कारण मिर्ची व मक्के की फसल को नुकसान पहुंच रहा है। इधर इधर विभाग के अफसर भी मौन
बने हुए हैं। सड़क पर बने गड्ढे व उड़ती धूल से लोगों की परेशानी बढ़ती चली जा रही है, जबकि पीडब्ल्यूडी के अफसर सड़क की मरम्मत को लेकर किसी भी तरह से गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।
एसडीओ पीडब्ल्यूडी के सुकमा एसडीओ बीके शर्मा ने बताया कि करीब 4.50 किमी की सड़क भारी वाहनों के चलने से खराब हो गई है। सड़क की मरम्मत में करीब 2 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कंपनी द्वारा सड़क की मरम्मत का वादा किया है। इसके लिए एस्टीमेट तैयार कर कंपनी को भेजा जाएगा।
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