स्कूलों व शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के विरोध में बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी का जंगी प्रदर्शन, भारी बारिश में किया जगदलपुर डीईओ कार्यालय का घेराव
युक्तियुक्तकरण का सबसे बड़ा नुकसान होगा बस्तर और सरगुजा के आदिवासी अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों को, शिक्षा विरोधी निर्णय वापस ले साय सरकार– सुशील मौर्य
युक्तियुक्तकरण से किसी का भी फायदा नहीं होगा, शिक्षा व रोजगार विरोधी निर्णय वापस ले साय सरकार–लखेश्वर बघेल, विधायक बस्तर
युक्तियुक्तकरण करना भाजपा सरकार की शिक्षा व रोजगार विरोधी कदम,अपनी नाकामी छुपाने व शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने साय सरकार ने रचा कुंठित षड्यंत्र–प्रेमशंकर शुक्ला
10 हजार स्कूलों का बंद होना भाजपा सरकार की सबसे बड़ी विफलता, रसोइया,चौकीदार,भृत्य जैसे पदों के साथ रोजगार के अवसर भी समाप्त कर रही साय सरकार– रेखचंद जैन.पूर्व विधायक
भाजपा सरकार के युक्तियुक्तकरण नियम के तहत मिडिल क्लास स्कूलों में मात्र दो ही शिक्षको के द्वारा 18 कक्षाओं को पढ़ाना कैसे संभव हो सकता है?सिर्फ और सिर्फ तानाशाही निर्णय–राजेश चौधरी
जगदलपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर/ग्रामीण के संयुक्त नेतृत्व में कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के द्वारा शिक्षा न्याय के तहत स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण करने के विरोध में प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ डीईओ कार्यालय का घेराव कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया
इस अवसर पर बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर अध्यक्ष व प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सुशील मौर्य ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने 45 हजार शिक्षकों की नई भर्ती का वादा किया था, और अब 10 हजार से अधिक स्कूलों को बंद करने जा रही है
सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों विशेषकर बस्तर, सरगुजा, जशपुर जैसे जगहों पर स्कूलों की कमी होगी,यह सरकार झूठ बोल रही कि स्कूल बंद नहीं होंगे। भाजपा ने विधानसभा चुनावों में 57000 शिक्षकों की भर्ती का वादा किया था।
सरकार बनने के बाद 33000 शिक्षक भर्ती की घोषणा, इस वर्ष बजट में भी 20000 शिक्षकों की भर्ती की बात की गई है अब 5000 शिक्षक भर्ती की घोषणा किये है, लेकिन यह शिक्षक भर्तियां नहीं करनी पड़े, इसलिये 45000 शिक्षक पद समाप्त किये जा रहे है। जब पद ही खाली नही रहेंगे तो भर्ती कहां से करेंगे? इसीलिए युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के जरिए शिक्षकों के पद ही समाप्त किए जा रहे हैं।
इससे न सिर्फ शिक्षकों का भविष्य संकट में आ गया है, बल्कि बच्चों की पढ़ाई पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।सरकार की इस नीति से ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं। एक तरफ सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात कर रही है,
वहीं दूसरी ओर स्कूलों को खाली किया जा रहा है।साय सरकार के इस फैसले का सबसे बड़ा नुकसान बस्तर और सरगुजा के आदिवासी अंचलों में पढ़ने वाले बच्चों पर पड़ेगा। यह दोहरी नीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भाजपा की साय सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने षड्यंत्र रचा है।
बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष प्रेमशंकर शुक्ला ने कहा शिक्षकों की नई भर्तियां न करनी पड़े इसलिए साय सरकार शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण कर रही है।इसके अतिरिक्त मध्यान भोजन की व्यवस्था डाक का जवाब और अन्य गैर शिक्षकीय कार्यों की जिम्मेदारी भी इन्हीं पर रहेगी।स्कूलों को जबरिया बंद किए जाने से न केवल शिक्षक बल्कि उन स्कूलों से संलग्न हजारों रसोईया, स्लीपर और मध्यान भोजन बनाने वाली महिला,स्व सहायता समूह की बहनों के समक्ष जीवन यापन का संकट उत्पन्न हो जाएगा।शिक्षा के स्तर पर बुरा असर पड़ना निश्चित है।
इसके पहले भी रमन सरकार के समय भी 3000 स्कूलों को बंद किया गया था जिन्हे कांग्रेस की सरकार बनने के बाद फिर शुरु किया गया।भाजपा सरकार ने इतना बड़ा अव्यवहारिक निर्णय लेने से पहले ना प्रभावित वर्ग से चर्चा की,न ही प्रदेश के भविष्य के बारे में सोचा।सरकारी आंकड़ों के मुताबिक ही प्रदेश में 58000 से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं, हर महीने सैकड़ो शिक्षक रिटायर हो रहे हैं,कई वर्षों से शिक्षकों का प्रमोशन रुका हुआ है,राज्य मे भाजपा की सरकार बनने
के बाद एक भी शिक्षक की भर्ती नहीं हुई है।वहीं सरकार के अव्यवहारिक निर्णय युक्तियुक्तकरण से युवाओं के शिक्षक बनने का सपना भी टूट जायेगा।युक्तियुक्तकरण करना भाजपा सरकार की शिक्षा व रोजगार विरोधी कदम है अपनी नाकामी छुपाने ये सरकार शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने का कुंठित षड्यंत्र रचा है..!
बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा भारी बारिश के बावजूद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आज भाजपा सरकार की शिक्षा व रोजगार विरोधी युक्तियुक्तकरण निर्णय को वापस लेने हेतु शिक्षा कार्यालय का घेराव किया… भाजपा सरकार ने हमेशा से शिक्षा के क्षेत्र में कभी कोई कार्य नहीं किया उल्टा स्कूलो को बंद करने शिक्षक भर्ती रोकने में ये सरकार इस युक्तियुक्तकरण कर रही है
यह निर्णय से किसी का भी फायदा नहीं होगा कुल मिलाकर भाजपा सरकार शिक्षा की गुणवत्ता को कमजोर कर रही है,भाजपा सरकार को यह शिक्षा विरोधी निर्णय जल्द से जल्द वापस लेना चाहिए अन्यथा कांग्रेस पार्टी और भी उग्र आंदोलन करने बाध्य होगी….
पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने कहा प्रदेश की भाजपा सरकार ने शिक्षा व्यवस्था को पूरा चौपट कर दिया है। युक्तियुक्तकरण शिक्षा विरोधी, रोजगार विरोधी कदम है।10 हजार स्कूलों के बंद होने से रसोईया, चौकीदार, भृत्य जैसे पद भी समाप्त होंगे हजारों लोगों के रोजगार के अवसर समाप्त होंगे।
10 हजार स्कूल बंद होना प्रदेश की साय सरकार की सबसे विफलता है।जबकि शराब दुकान खुल रहा है और स्कूल बंद हो रहा है। सरकार नयी शिक्षक भर्ती करने के बजाए शराब दुकान को प्राथमिकता दे रही है इस सरकार में शिक्षा की गुणवत्ता पूरी तरह से कमजोर हो चुका है। जिसका कांग्रेस पार्टी पुरजोर विरोध करती है।
नगर निगम नेता प्रतिपक्ष राजेश चौधरी ने कहा युक्तियुक्तकरण के तहत भाजपा सरकार के नए सेटअप में प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में एचएम को शिक्षकीय पद मानते हुए प्राइमरी में 30 और मिडिल में 35 बच्चों के बीच एक शिक्षा का सेटअप घोषित किया गया है।प्राथमिक शालाओं में पहली व दूसरी में तीन-तीन विषय एवं तीसरी, चौथी, पांचवी में चार-चार विषय के अनुसार कुल 18 विषय होते हैं
, जिन्हें वर्तमान समय में तीन शिक्षकों को 40 मिनट का 6-6 कक्षा लेना होता है, अब युक्तियुक्तकरण के नए नियम के बाद दो ही शिक्षको के द्वारा 18 कक्षाओं को पढ़ाना कैसे संभव हो सकता है?मिडिल स्कूल में तीन क्लास और 6 सब्जेक्ट इस हिसाब से कुल 18 क्लास और 60 बच्चों की कुल संख्या में एचएम और उसके साथ केवल एकमात्र शिक्षक कैसे 18 क्लास ले पाएंगे? कुल मिलाकर भाजपा सरकार का युक्तियुक्तकरण करना शिक्षा विरोधी, रोजगार विरोधी कदम है।
कांग्रेस पार्टी सख्त चेतावनी देती है कुल मिलाकर भाजपा की साय सरकार का यह तानाशाही निर्णय है अगर सरकार ने युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से बंद नहीं किया, तो आने वाले समय में कांग्रेस कार्यकर्ता और शिक्षक मिलकर और भी उग्र आंदोलन करेंगे।
इस दौरान पूर्व विधायक द्वय राजमन बेंजाम,चंदन कश्यप, पूर्व महापौर जतिन जायसवाल,प्रभारी महामंत्री जाहिद हुसैन, ब्लॉक अध्यक्ष राजेश राय, बलराम यादव, संतोष सेठिया, लक्षमण कश्यप, उत्तम नाइक, सहदेव नाग, बीरसिंह, चंद्रशेखर ठाकुर, गणेश कावड़, गणेश बघेल, केदार ढेक, फूलसिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी रामशंकर राव, रविशंकर तिवारी, अनवर खान, हेमू उपाध्यय, उपाध्यक्ष सेमीयल नाथ, महिला कांग्रेस अध्यक्ष लता
निषाद,ग्रामीण अध्यक्ष चंपा ठाकुर,अल्पसंख्यक अध्यक्ष रोजवीन दास, यूंका अध्यक्ष अजय बिसाई, कार्यकारी अध्यक्ष अभिषेक डेविड,एनएसयूआई अध्यक्ष विशाल खंबारी, सेवादल पदाधिकारी समस्त पार्षदगण, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष उपाध्यक्षगण सहित समस्त कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे…
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