गंगालूर क्षेत्र में नदी नालो से बह रहा है लाल जहर,ग्रामीण बोतल में लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे नदी’लाल पानी’ के चलते इंसान हो रहे बीमार, मवेशियों की हो रही है मौत
पत्रकार : संतोष यादव
बस्तर केशरी बस्तर सम्भाग : भीजापुर जिले के हरे-भरे जंगलों और घाटियों के बीच बसे गंगालूर क्षेत्र के इन दिनों ग्रामीण के लिए बैलाडीला से बहने वाली लाल पानी ग्रामीणों के लिए समस्या बन गई है बैलाडीला की पहाड़ियों से बहकर आ रहे लाल पानी ने गांवों की नदियों को जहर में बदल दिया है।
यही लाल पानी अब पीने, नहाने और खाना बनाने के लिए उपयोग में लाया जा रहा है, जिससे बीमारियां फैल रही हैं और मवेशियों की मौत हो रही है।
सोमवार को गंगालूर क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीण अपनी व्यथा लेकर बोतलों में लाल पानी भरकर कलेक्टोरेट पहुंचे। ग्रामीणों की मुलाकात एनएमडीसी के अधिकारी से होनी थी, लेकिन कोई भी अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था। इस उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसडीएम से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई।
कलेक्टर ने दिया भरोसा ग्रामीणों की बात सुनने के बाद कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि इस गंभीर मुद्दे पर जल्द ही एनएमडीसी के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी और समाधान निकाला जाएगा।
‘लाल पानी’ से बीमार हो रहे ग्रामीण, मवेशियों की हो रही मौतें
कलेक्टर से मिलने आये ग्रामीणों ने बताया कि कमकानार, चेरपाल, पुसनार, रेड्डी, पापनपाल, डोडी तुमनार, गमपुर, पीडिया, संतोषपुर, समेत 38 गांवों में इस
लाल पानी को पीने से उल्टी, दस्त और त्वचा संबंधी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब तक दर्जनों मवेशियों की मौत भी हो चुकी है, ग्रामीणों ने जांच कर मुआवजे की मांग की।
एनएमडीसी के खनन की कीमत चुकाते गंगालूर क्षेत्र के ग्रामीण : एनएमडीसी द्वारा बैलाडीला की पहाड़ियों में लौह अयस्क का खनन और घुलाई का कार्य किया जा रहा है। इस प्रक्रिया से निकलने वाला लाल रसायन युक्त पानी नालों और नदियों में जाकर मिल रहा है, जिससे पानी पूरी तरह लाल हो गया है। यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन अब इसका असर जीवन पर साफ दिखाई देने लगा है।
लाल पानी की समस्या को लेकर विधायक के जनदर्शन में भी पहुंचे ग्रामीण
विधायक विक्रम मंडावी ने बताया कि गंगालूर क्षेत्र के ग्रामीण आज जनदर्शन में लाल पानी की गंभीर समस्या को लेकर मिले। ग्रामीणों ने बताया कि बैलाडीला खदान क्षेत्र से निकलने वाला प्रदूषित लाल पानी बेरुकी नदी में मिल रहा है,
जिससे पानी पूरी तरह जहरीला हो गया है। इसके चलते मवेशियों की मौत हो रही है, फसलें नष्ट हो रही है और लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। मैं इस पूरे मामले को न सिर्फ विधानसभा में उठाऊंगा, बल्कि जिला प्रशासन से भी तत्काल कार्रवाई की मांग करूंगा। ग्रामीणों की शिकायत पूरी तरह जायज है और इसे प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाना चाहिए।
ग्रामीण 50 किलोमीटर का सफर कर पंहुचे एनएमडीसी प्रबधक से मिलने बीजापुर लेकिन कोई भी एनएमडीसी का जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीणों से मिलने नही आया, ग्रामीणों ने बताया कि आज एनएमडीसी प्रबंधन की तरफ से बीजापुर में मुलाकात कर चर्चा किये जाने का आश्वासन मिला था।
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